लखनऊ। विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे किसान आंदोलन के सूत्रधार रहे भारतीय किसान यूनियन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। इसमें बताया गया है कि देश का यह बड़ा किसान संगठन अब दो धड़ों में बंट चुका है। बड़ी बात यह है कि किसान आंदोलन का बड़ा चेहरा रहे राकेश टिकैत और उनके भाई नरेश टिकैत को संगठन से अलग कर दिया गया है। चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि के मौके पर संगठन में ये बड़ा फेरबदल हुआ है।
भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित गन्ना किसान संस्थान में भाकियू नेताओं की एक बैठक हुई, जिसमें टिकैत परिवार के खिलाफ किसानों में उभरी नाराजगी के बाद राकेश टिकैत को बर्खास्त कर दिया गया।
नरेश टिकैत को भी भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय पद से मुक्त कर दिया गया। किसान नेताओं में टिकैत बंधुओं के प्रति नाराजगी दिखाई दी। राकेश टिकैत ने सरकार के नए कृषि कानून का विरोध किया था। यही नहीं राकेश टिकैत के आह्वान पर यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर एक साल से ज्यादा आंदोलन चला। कृषि कानून के वापस होने के बाद ही ये आंदोलन खत्म हुआ था।