पूनिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी में ऐसी समर्थकों द्वारा टीम घोषित करने की कोई परंपरा नहीं है। वसुंधरा समर्थकों ने कई जिलों में अपनी टीम खड़ी कर दी है। केंद्रीय नेतृत्व को इस संबंध में जानकारी है, हमें आलाकमान की ओर से जैसा आदेश मिलेगा, वैसा ही करेंगे।
हालांकि भाजपा में यह गुटबाजी नई नहीं है। वसुंधरा राजे सिंधिया और सतीश पुनिया में मतभेद की खबरें कई बार सामने आई है। ऐसा माना जाता है कि 2020 में जब सचिन पायलट और उनके साथ विधायक कांग्रेस से नाराज चल रह थे तब उनको भाजपा में लाकर सत्ता परिवर्तन का प्लान भी इन दोनों के मतभेदों की वजह से ही असफल रहा था।