नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी और स्टार्टअप पंखुड़ी की फाउंडर पंखुड़ी श्रीवास्तव का मात्र 32 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया। इस खबर को सुनकर न सिर्फ पंखुड़ी के करीबी बल्कि दूसरे लोग भी हैरान रह गए। पंखुड़ी की कंपनी का सालाना टर्न ओवर करीब 720 करोड़ पहुंच गया था।
झांसी में जन्मी 32 साल की अरबपति महिला उद्यमी पंखुड़ी श्रीवास्तव ने 20 हजार की लागत से कारोबार की शुरुआत की थी। उन्होंने सोशल कम्युनिटी प्लेटफॉर्म पंखुड़ी और होम रेंटल स्टार्टअप ग्रैबहाउस जैसी स्टार्टअप की स्थापना की।
पहली कंपनी 2012 में : पंखुड़ी ने अपनी पहली कंपनी ग्रैबहाउस (Grabhouse) 2012 में बनाई थी। इस कंपनी को सिकोइया कैपिटल, कलारी कैपिटल और इंडिया कोशंट से फंडिंग मिली थी। पंखुड़ी की ये कंपनी लोगों को किराए पर घर लेने में मदद करती थी। हालांकि बाद में उन्होंने ग्रैबहाउस कंपनी Quikr को बेच दी।
इसके बाद पंखुड़ी श्रीवास्तव ने पंखुड़ी के नाम से नई कंपनी की शुरुआत की। यह महिलाओं के लिए सोशल कम्युनिटी नेटवर्क था, जहां वे लाइव स्ट्रीमिंग और चैट के माध्यम से कुछ सीख सकती थीं और खरीदारी भी कर सकती थीं।
मुश्किल से बनाई राह : एक जानकारी के मुताबिक जब पंखुड़ी मुंबई गई तो उन्हें वहां रहने के लिए फ्लैट की जरूरत थी। किराए का एक फ्लैट हासिल करने उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। ब्रोकर्स को बड़ी राशि देने के बाद उन्हें फ्लैट मिल पाया था। इसी मुश्किल ने उनके लिए नया रास्ता खोल दिया।
इसके बाद उनके मन में विचार आया कि ऐसी कंपनी की शुरुआत की जाए, जिससे लोगों को घर ढूंढने में इतनी मुश्किल का सामना न करना पड़े। इस विचार को साकार रूप देने के लिए उन्होंने 2012 में 20 हजार रुपए की लागत से ग्रैबहाउस कंपनी की शुरुआत की। एक वक्त ऐसा भी आया जब इस कंपनी का सालाना टर्नओवर 720 करोड़ रुपए के करीब पहुंच गया। हालांकि ग्रैबहाउस को उन्होंने 2016 में ऑनलाइन क्लासीफाइड कंपनी क्विकर को बेच दिया।
एक साल ही हुआ था शादी को : 2 दिसंबर को अपनी शादी की पहली वर्षगांठ मनाने वाली पंखुड़ी ने अपने बचपन के मित्र और कारोबारी आदित्यराज से विवाह किया था। पंखुड़ी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने शोक संदेश जारी कर कहा गया कि 24 दिसंबर को अचानक हार्ट अटैक आने से हमारी कंपनी की सीईओ पंखुड़ी श्रीवास्तव का निधन हो गया है। जिस समय पंखुड़ी का निधन हुआ वे बेंगलुरु में थी। उनका 26 दिसंबर को झांसी में अंतिम संस्कार किया गया।