देवी काली पर टिप्पणी : मोइत्रा के खिलाफ FIR, BJP ने की गिरफ्तारी की मांग

बुधवार, 6 जुलाई 2022 (21:05 IST)
नई दिल्ली/कोलकाता/भोपाल। तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा की देवी काली पर विवादास्पद टिप्प्णी से हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं कथित तौर पर आहत होने को लेकर मध्यप्रदेश के भोपाल में बुधवार को उनके (मोइत्रा) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने मोइत्रा की गिरफ्तारी की मांग की।
 
मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि वे ‘देवी की उपासक’ हैं और भाजपा के ‘गुंडों’ से नहीं डरतीं। उन्होंने कहा कि सत्य को बैसाखियों की जरूरत नहीं होती। मोइत्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि जय मां काली। बंगाली जिनकी पूजा करते हैं वे साहस की देवी हैं।
 
उन्होंने कहा कि मैं काली की उपासक हूं। मैं किसी चीज से भयभीत नहीं हूं। ना ही आपके अज्ञान से, ना ही आपके गुंडों से, ना ही आपकी पुलिस से और खासतौर से आपके ‘ट्रोल्स’ से तो बिलकुल भयभीत नहीं हूं। सत्य को बैसाखी की जरूरत नहीं होती।
 
भाजपा ने मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मोइत्रा के खिलाफ 10 दिनों में कार्रवाई नहीं की गई तो वह अदालत का रुख करेगी। पार्टी की महिला प्रकोष्ठ ने भी शहर के बहु बाजार पुलिस थाने में एक अर्जी दी है।
 
इस बीच मोइत्रा की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर विपक्ष की कड़ी आलोचना का सामना कर रही (TMC) के नेतृत्व ने बुधवार को कहा कि पार्टी किसी भी तरह से इन टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती है और भविष्य में इस तरह के बयान देने से उन्हें आगाह किया जा सकता है।
 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बुधवार को कहा कि वह मां काली पर महुआ मोइत्रा की टिप्पणी को लेकर उन पर (मोइत्रा) हुए हमले से हैरान रह गए। उन्होंने लोगों से थोड़ा कम गंभीर होने और धर्म को लोगों की निजता पर छोड़ने को कहा।
 
थरूर ने ट्वीट किया कि दुर्भावनापूर्ण ढंग से गढ़े गए विवाद से मैं अनजान नहीं हूं, लेकिन महुआ मोइत्रा पर हुए हमले से हैरान हूं। मध्यप्रदेश में पुलिस ने बुधवार को मोइत्रा के खिलाफ देवी काली के बारे में की गई उनकी टिप्पणी को लेकर मामला दर्ज किया।
 
एक अधिकारी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बयान में कहा कि मोइत्रा के बयान से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। हम किसी भी कीमत पर हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
 
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को यह टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया कि जिस तरह हर व्यक्ति को अपने तरीके से देवी-देवताओं की पूजा करने का अधिकार है, उसी तरह बतौर एक व्यक्ति उन्हें देवी काली के मांस भक्षण करने वाली एवं मदिरा स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है।
 
भाजपा ने मोइत्रा के इस बयान को लेकर उन पर कड़ा प्रहार किया और सवाल किया कि क्या यह हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी का आधिकारिक रूख है।
 
कोलकाता में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कृष्णानगर से सांसद मोइत्रा ने देवी काली के बारे में यह टिप्पणी उस वक्त की थी, जब उनसे एक फिल्म के पोस्टर के बारे में पूछा गया, जिसमें देवी काली को धूम्रपान करते हुए दर्शाया गया है।
 
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि सनातन हिन्दू धर्म के नियमों के अनुसार, देवी काली की पूजा एक ऐसी देवी के रूप में कभी नहीं की जाती जो मदिरापान करती हों और मांस भक्षण करती हों। हिंदू सदियों से देवी काली को बुराई के खिलाफ शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजते रहे हैं। उनकी (मोइत्रा की) टिप्पणियों से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। हम देवी काली पर की गई टिप्पणी के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करते हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य भर में मोइत्रा के खिलाफ पुलिस को सैकड़ों शिकायतें दी गई हैं।
 
भाजपा विधायक अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार और राज्य पुलिस (भाजपा की निलंबित प्रवक्ता) नुपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई के लिए बहुत सक्रिय रही है। लेकिन, उन्होंने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस नेताओं के लिए अलग-अलग नियम नहीं हो सकते। हम 10 दिन इंतजार करेंगे और फिर अदालत का रुख करेंगे।

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