उन्होंने राहुल गांधी के बारे में कहा, एक तो वह हिंदुस्तानी नहीं हैं। ज्यादा वक्त उन्होंने विदेशों में बिताया है। उनके दोस्त और परिवार के सदस्य वहां पर हैं इसलिए कहीं न कहीं उनको अपने देश के साथ ज्यादा प्यार नहीं है । वह बाहर जाकर उल्टा-पुल्टा बोलते हैं।
उन्होंने कहा, अब उन्हें अलगाववादियों का समर्थन मिल गया है, जो हमेशा देश को बांटने की बात करते हैं। वे (अलगाववादी) और अतिवांछित लोग भी सिखों के संबंध में राहुल गांधी की टिप्पणी की सराहना कर रहे हैं। जब बम बनाने में भी माहिर लोग राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं, तब वह देश के नंबर वन आतंकवादी हैं। वह अलगाववादियों की तरह बात कर रहे हैं। उन्हें पकड़ने के लिए इनाम होना चाहिए क्योंकि वह देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी बिट्टू ने आरोप लगाया, पहले, उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अब वे सिखों को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, गांधी ओबीसी और अन्य जातियों की बात करते हैं। विपक्ष के नेता होने के बाद भी वह किसी मोची, बढ़ई या मिस्त्री का दर्द नहीं समझ पाये हैं। यह एक मजाक है। केंद्रीय मंत्री हाल ही में अमेरिका में की गई गांधी की टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे।
हाल में वाशिंगटन डीसी में एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा था कि भारत में लड़ाई इस बात की है कि एक सिख व्यक्ति को पगड़ी और कड़ा पहनने तथा गुरुद्वारे जाने की अनुमति हो या नहीं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को दूसरों से कमतर मानने का भी आरोप लगाया।
बिट्टू की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिहार विधानसभा में बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने पीटीआई से कहा कि बिट्टू ने जो भी कहा है वह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। वह नासमझ आदमी की तरह बात कर रहे हैं। गांधी परिवार द्वारा इस देश को दिए गए योगदान के बारे में लोग जानते हैं। बिट्टू खुद पहले कांग्रेस में थे... उनके पिता भी कांग्रेसी थे। राहुल जी के खिलाफ उनकी टिप्पणी बेहद निंदनीय है। इनपुट भाषा