भाजपा सांसद ने ट्वीट कर कहा, केरल के पद्मनाभ, सबरीमाला और गुरुवायुर मंदिरों के सोने और संपत्ति को बेच दिया जाए, जो कि बाढ़ की मार से निकलने के लिए जरूरी 21 हज़ार करोड़ से पांच गुणा ज़्यादा है। जनता को सड़कों पर निकलकर यह मांग करनी चाहिए। आखिर मंदिरों में पड़ी हुई यह संपत्ति किस काम की है?
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा इस कदर फूटा कि मंदिरों की संपत्ति से चली बात टैक्स, आरक्षण, एससी/एसटी एक्ट तक चली गई।