जम्मू। कठुआ जिले के हीरानगर क्षेत्र के सन्याल गांव में भारत-पाक सीमा से करीब 4 किमी पहले सीमांत पुलिस की पोस्ट के पास जंगल क्षेत्र में जोरदार धमाके के बाद प्रदेश में हाईअलर्ट जारी किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि आरंभिक जांच कहती है कि धमाका आईईडी से किया गया था। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज आसपास के चार-पांच गांवों में सुनी गई। रात को ही कठुआ पुलिस के एसएसपी शिवदीप सिंह जम्वाल सहित कई अधिकरी मौके पर पहुंच गए थे।
पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ते ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर क्षेत्र को खंगाला है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि धमाका कैसे हुआ, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण सीमा पार से ड्रोन से हमले की आशंका को भी नकारा नहीं जा सकता।
देर रात को पूरे क्षेत्र की नाकेबंदी कर सीआरपीएफ, पुलिस और एसओजी के जवानों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। ओल्ड कठुआ-सांबा रूट को भी एहतियातन बंद कर दिया गया।
गुरुवार तड़के सुबह से इलाके में तलाशी अभियान जारी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक हैंड ग्रेनेड मिला है। फिलहाल, पुलिस, सुरक्षाबलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीम मौके पर है। सर्च आप्रेशन चलाया जा रहा है।
अमृतपाल के गनर का लाइसेंस निरस्त : भगौड़ा करार दिए गए वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के गनमैन के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अमृतपाल के गनमैन वरिंदर सिंह के खिलाफ पुलिस ने फर्जी लाइसेंस के मामले में केस दर्ज कर लिया है। जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ पुलिस स्टेशन में वरिंदर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस प्रवक्ता के बकौल, अमृतपाल का गनमैन वरिंदर सिंह पुलिस की गिरफ्त में है। 2014 में अमृतपाल के गनमैन वरिंदर सिंह को किश्तवाड़ से बंदूक का लाइसेंस मिला था। लाइसेंस को रिन्यू कराते समय उसने जो दस्तावेज जमा किए, वो सभी दस्तावेज फर्जी थे। फर्जी दस्तावेजों को लेकर अब पुलिस ने एक्शन लिया है।
एसएसपी किश्तवाड़ खलील पोसवाल ने बताया कि 2014 में वीरेंद्र सिंह के नाम पर बंदूक का लाइसेंस जारी किया गया था। पंजाब पुलिस द्वारा किश्तवाड़ डीसी को लिखे जाने के बाद इस लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। उसने लाइसेंस जारी करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था और अन्य जिलों से इसे नवीनीकरण कराया है। बंदूक के लाइसेंस का दुरुपयोग पाया गया है। किश्तवाड़ पुलिस इसे लेकर पंजाब पुलिस के साथ संपर्क में है।
उन्होंने कहा कि वीरेंद्र सिंह को पंजाब पुलिस ने 27 मार्च को गिरफ्तार कर लिया है। उसे असम की एक जेल में भेज दिया गया है। आरोप है कि अमृतसर के अजनाला थाने पर 23 फरवरी को हुए हमले में वह शामिल था। वह पंजाब के तरनतारन क्षेत्र का रहने वाला है। Edited By : Sudhir Sharma