उन्होंने कहा, स्थानीय लोगों के मुताबिक, हर्षित सोनकर नाम के युवक का रौनक, आकाश सिंह और छोटे के साथ पैसे को लेकर कुछ विवाद था और इस कारण सोनकर ने रौनक, आकाश और छोटे का पीछा करते हुए उन पर देसी बम फेंका।
उल्लेखनीय है कि मिश्रा उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद और अशरफ के वकील थे। इस मामले में अतीक अहमद और दो अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जबकि अशरफ समेत 7 अन्य लोग साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिए गए थे।