गौरतलब है कि दो जुलाई को पाकिस्तान के क्वाडकॉप्टर ने अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी, लेकिन बीएसएफ के जवानों द्वारा गोली चलाए जाने के बाद वह पीछे हट गया था।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा भारत के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का पहला मामला 27 जून तड़के सामने आया था, जब जम्मू शहर के भारतीय वायुसेना अड्डे पर दो बम गिराए गए थे। इसमें दो जवानों को मामूली चोटें आईं।
अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में ज्यादातर जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में, ड्रोन और अन्य मानव रहित हवाई यंत्रों के भंडारण, बिक्री या उसे कब्जे में रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। (भाषा)