उल्लेखनीय है कि इस बार कांवड़ यात्रा की शुरुआत 25 जुलाई को होनी थी। पिछले साल भी राज्य में कोरोना के चलते कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई थी। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में इस बार कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड नियमों का पालन करते हुए कांवड़ यात्रा की अनुमति दी है।
इस बीच, विशेषज्ञों ने चेताया है कि कांवड़ यात्रा कोरोना सुपरस्प्रेडर बन सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो यह कुंभ से 5 गुना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचते हैं।