उन्होंने कहा कि बसपा दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ सवर्ण समाज के गरीबों के सम्मान और स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं कर सकती। इसके लिए वह कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सरकारों की प्रताड़ना झेलने के लिए तैयार है।
बसपा नेता ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस से इन वर्गों के व्यापक हित और सम्मान की उम्मीद भी नहीं की जा सकी, लेकिन इनका अपमान भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसीलिए बसपा ने चुनावी गठबंधन के लिए 'सम्मानजनक सीटें' मिलने एकमात्र की शर्त रखी है। (वार्ता)