जामिया नगर थाने में 16 दिसंबर को दर्ज की गई प्राथमिकी में खान के अलावा तीन स्थानीय नेताओं के भी नाम शामिल हैं, जिनकी पहचान आशु खान, मुस्तफा और हैदर के रूप में हुई है।
प्राथमिकी में कहा गया है कि पूर्व विधायक और आशु खान ने हिंसा से दो दिन पहले घूम-घूमकर लोगों को भड़काया। हिंसा वाले दिन छात्रों के बीच घूम-घूमकर नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस ने दंगा भड़काने, आगजनी तथा सरकार के काम में बाधा डालने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
खान का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रहे हैं कि जामिया नगर के एसएचओ यहां के निवासियों में दहशत फैला रहे हैं। खान ने इस वीडियो में कहा कि एसएचओ साहब 15 हजार पुलिस की धमकी न दें यहां 5 लाख मुसलमान रहते हैं और जरूरत पड़ी तो हम उनका नेतृत्व करेंगे।
इन नेताओं में से किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन इससे पहले एक अन्य प्राथमिकी में 10 लोगों को सोमवार रात को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें तीन की आपराधिक पृष्ठभूमि है। (वार्ता)