कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हमारी प्रौद्योगिकी टीम अन्य ऐप का भी आकलन कर रही है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय जूम के बारे में देशभर के व्यापारी नेताओं से प्राप्त आपत्तियों एवं सुझावों को ध्यान में रख कर लिया है। कैट ने कहा कि उसने यह कदम अपने ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ को सशक्त बनाने के लिए उठाया है।
कैट ने कहा कि जूम हालांकि अमेरिकी ऐप है, किन्तु प्राप्त जानकारी के अनुसार उसका काफी डाटा चीन के जरिये जाता है और जूम के कुछ सर्वर चीन में भी हैं, जिसकी वजह से डाटा के लीक होने का खतरा बना रहता है। इस आशंका को भी खारिज नहीं किया जाता की इसका दुरुपयोग भारत के हितों के खिलाफ भी हो सकता है।