इस मुद्दे पर सीबीआई या लोकपाल की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।
दुबे ने मोइत्रा पर मौद्रिक लाभ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगाया है। लोकसभा की आचार समिति ने भी मोइत्रा पर लगे आरोपों की जांच कर अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को सौंप दी है।
सीबीआई ने एक प्रारंभिक जांच दर्ज की है जो यह पता लगाने की दिशा में पहला कदम है कि क्या आरोप पूर्ण स्तरीय जांच के योग्य हैं। प्रारंभिक जांच के दौरान यदि पर्याप्त प्रथम दृष्टया सामग्री मिलती है, तो सीबीआई इसे प्राथमिकी में बदल सकती है।