Blackout in 4 states : भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा होने के कुछ ही देर बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया। इसके बाद जम्मू कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान में कई स्थानों पर ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया। जानिए किन स्थानों पर तनाव के बीच लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ी होगी।
पंजाब में कहां था ब्लैकआउट : पंजाब सरकार ने शनिवार को होशियारपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, पठानकोट, पटियाला, मोगा और मुक्तसर जिलों में में फिर से ब्लैकआउट के आदेश लागू कर दिए हैं। यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल संघर्षविराम पर सहमति होने के कुछ ही घंटे बाद एहतियात के तौर पर उठाया गया।
लुधियाना जिला प्रशासन ने कहा कि परिस्थितियों में बदलाव को देखते हुए, सभी लोगों से अनुरोध है कि वे घरों के अंदर ही रहें और जहां भी संभव हो स्वैच्छिक ब्लैकआउट का सहारा लें। इससे पहले जिला प्रशासन ने ब्लैकआउट और अन्य प्रतिबंधात्मक आदेशों को वापस ले लिया था।
गुजरात में यहां ब्लैकआउट : गुजरात के सीमावर्ती जिले कच्छ में कई ड्रोन देखे जाने के बाद शनिवार देर शाम जिले में पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। पाटन जिले के जिलाधिकारी तुषार भट्ट ने बताया कि जिला प्रशासन ने संतालपुर तालुका के गांवों में भी ब्लैकआउट लागू कर दिया है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
भुज और जामनगर में भी ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को तत्काल रोके जाने को लेकर हुए समझौते के कुछ घंटे बाद हुआ। ALSO READ: सीजफायर के बाद कच्छ में दिखे ड्रोन, फिर ब्लैक आउट
जम्मू में इन स्थानों पर लोगों ने अंधेरे में गुजारी रात : जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा सीजफायर तोड़े जाने के बाद राज्य के आरएसपुरा, राजौरी, रामबन, कठुआ, में ब्लैक आउट घोषित कर दिया गया। हालांकि सीजफायर उल्लंघन पर भारत की कड़ी नाराजगी के बाद सीमा पर रातभर शांति बनी रही। इन स्थानों से रात में किसी ड्रोन, गोलीबारी या गोलाबारी की खबर नहीं मिली।
राजस्थान में यहां ब्लैकआउट : सीजफायर की घोषणा के बाद भी राजस्थान के सटे जिलों में सुरक्षाबल सतर्क है। राज्य के बाड़मेर, जैसलमेर में रातभर ब्लैकआउट जारी रहा। जोधपुर में सुबह 4 बजे तक ब्लैकआउट था तो जैसलमेर सुबह 6 बजे तक अंधेरे में रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच ब्लैकआउट की घोषणा की थी। दोनों देशों ने इसकी पुष्टि भी की थी। हालांकि यह कुछ ही देर में टूट गया। इस पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने मध्य रात्रि में एक प्रेस वार्ता के दौरान पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को दूर करने के लिए उचित कदम उठाने और स्थिति से गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ निपटने का आह्वान किया।