नई दिल्ली। मौसम के मिजाज में आ रहे लगातार बदलाव को कोई भी समझ नहीं पा रहा है। एक तरफ रेगिस्तानी प्रदेश में भारी बारिश के बाद नाव चलाने के दृश्य नजर आए थे। वहीं, गुजरात में सड़कें तालाब और नदियों नदियों में तब्दील हो रही थीं। दूसरी ओर, बादलों का 'घर' यानी मेघालय में 90 से 60 फीसदी कम बारिश हुई है। देश में सबसे अधिक बारिश वाला स्थान चेरापूंजी इसी राज्य में है।
दरअसल, मौसम विभाग ने 1 से 17 जुलाई तक देश में हुई बारिश का आंकड़ा जारी किया है। इसके मुताबिक चेरापूंजी में 90 से 60 फीसदी बारिश कम हुई है। वहीं छत्तीसगढ़ और ओड़िशा में 60 फीसदी से ज्यादा बारिश हुई है। विभाग इन राज्यों को सबसे अधिक वर्षा वाली श्रेणी में रखा है।
इसी तरह राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और सिक्किम में इस अवधि में अधिक बारिश दर्ज की गई। इन राज्यों में 20 से 59 फीसदी बारिश ज्यादा हुई। तेलंगाना, केरल, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मिजोरम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर में सामान्य वर्षा हुई। इन राज्यों में 19 प्रतिशत तक ज्यादा बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, नगालैंड में 59 से 20 फीसदी कम बारिश हुई है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, ओडिशा आदि राज्यों में भारी बारिश के बाद सड़कों पर बाढ़ जैसे दृश्य नजर आए थे। मध्यप्रदेश में तो करोड़ों की लागत से हाईवे पर बना ब्रिज धंस गया, वहीं धार जिले में स्थित कारम डेम रिसने लगा।