हॉस्टल में काफी अधिक छात्रों को जगह देने की समस्या से जूझते, चेन्नई के प्रसिद्ध लोयोला कॉलेज ने एक अनोखे तरीके से रूम देने का मन बना लिया है। चेन्नई की यह हॉस्टल समस्या और कॉलेज प्रबंधन का इसे सुलझाने का तरीका जबरदस्त वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि हॉस्टल में 700-800 छात्रों को रखने की जगह है जबकि छात्र करीब तीन गुना अधिक हैं। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि सिर्फ टेस्ट ही छात्रों के हॉस्टल में रहना तय नहीं करेगा बल्कि कई अन्य चीजों पर यह फैसला आधारित होगा। कॉलेज पुराने छात्रों को इस टेस्ट के लिए उपयुक्त इसलिए समझते हैं क्योंकि उन्हें पहले से शहर की जानकारी है और वे आसानी से बाहर अपने लिए जगह खोज सकते हैं।