रोजगार के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर राहुल गांधी के हमलावर होने के बीच चीन ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी की मदद को अपना हाथ बढ़ाया है, क्योंकि भाजपा के चुनावी वादे के अनुसार रोजगार पैदा न होने से सरकार विपक्ष के निशाने पर है और यह हालात चीन के लिए भी नुकसानदायक हैं। यही कारण है कि लोकसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार को रोजगार वृद्धि के लिए चीन की ओर से अच्छी खबर का इंतजार है।
हाल ही में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि चीन में निर्माण क्षेत्र काफी आगे बढ़ चुका है, इसलिए वहां पर नौकरियों की कमी नहीं है, जबकि भारत में निर्माण को बढ़ावा देने की जरूरत है। विपक्ष का कहना है कि भाजपा अपने चुनावी वादे के अनुसार देश में रोजगार के अवसर पैदा नहीं कर सकी।
चीन चाहता है कि मोदी भारत पर बेहतर नियंत्रण रखें। चीन का कहना है कि वह भारत में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद कर सकता है, क्योंकि डोकलाम में सेनाओं के आमने-सामने रहने के लगभग एक साल के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आया है।
चीन का कहना है कि मोदी चीनी निवेश बढ़ाकर रोजगार के अवसरों के जरिए अपनी छवि सुधार सकते हैं। भारत में चीन का निवेश मुख्य रूप से श्रम से जुड़े क्षेत्रों में है। यदि भारत खुद को चीनी निवेश के लिए आकर्षित कर पाया तो इससे नौकरियां बढ़ने में मदद मिलेगी, क्योंकि भाजपा की ओर से किए गए चुनावी वादे के अनुकूल रोजगार पैदा न होने से मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है।