नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल कॅरिकुलम फ्रेमवर्क का मसौदा जारी कर दिया है। मसौदे के अनुसार 12वीं की बोर्ड परीक्षा को 2 हिस्सों में लिया जाएगा तथा 10वीं-12वीं के नतीजों में पिछली कक्षाओं के अंक जोड़ने की सिफारिश भी की गई है। इस फ्रेमवर्क को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस फ्रेमवर्क में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के विभाजन को भी खत्म करने का प्रस्ताव है।
कोरोना के दौरान बोर्ड परीक्षा 2 हिस्सों में ली गई थी, अब उसी व्यवस्था को स्थायी बनाया जाएगा। नया फ्रेमवर्क सत्र 2024-25 से लागू हो सकता है। सीबीएसई ने मूल्यांकन तरीके में बदलाव करते हुए 2024 की बोर्ड परीक्षाओं में मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन ज्यादा संख्या में पूछने और शॉर्ट और लॉन्ग आंसर प्रश्नों का वेटेज कम करने का फैसला किया है। बोर्ड ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मद्देनजर यह कदम उठाया है, ताकि स्टूडेंट्स रट्टामार पढ़ाई न करें।