Coimbatore DIG Suicide: तमिलनाडु में कोयंबटूर रेंज के डीआईजी सी. विजय कुमार अपनी मौत से पहले गुरुवार की रात को अपनी पत्नी और बेटी के साथ एक जन्मदिन पार्टी में शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि उनकी शुक्रवार की सुबह की दिनचर्या भी बिल्कुल सामान्य थी। ऐसे में अचानक से उन्होंने खुद को गोली क्यों मार ली, इस पर अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार सुबह भी विजयकुमार के आवास पर कुछ असामान्य बात नहीं लग रही थी। हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक पिछले कुछ महीने से उनका डिप्रेशन संबंधी उपचार चल रहा था। इस बीच एक अधिकारी ने उन्हें कुछ परेशान पाया था। बता दें कि पुलिस ने बताया कि कोयंबटूर रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सी. विजयकुमार ने शुक्रवार को खुद को कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संदेह है कि डीआईजी सी विजय कुमार ने शहर के रेड फील्ड्स स्थित अपने आवास पर सर्विस पिस्तौल से खुद को गोली मार ली। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2009 बैच के अधिकारी विजय कुमार करीब 45 वर्ष के थे।
विजय कुमार आमतौर पर सुबह 7 बजे अपने अधीनस्थ जिलों की दैनिक रिपोर्ट (डीएसआर) की जांच करते थे। शुक्रवार को भी उन्होंने सुबह करीब 6.30 बजे डीएसआर चेक की थी। इसके बाद वे वहां गए, जहां उनके पीएसओ की पिस्तौल रखी हुई थी। कुमार ने उसे उठाया, अपने कैंप कार्यालय के बरामदे की ओर बढ़े और कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। कुमार की पत्नी और उनकी बेटी पुलिसकर्मियों की मदद से उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गईं, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
क्या कहा पुलिस कमिश्नर ने: कोयंबटूर शहर के पुलिस आयुक्त वी. बालकृष्णन ने पीटीआई-भाषा से कहा, मौत की घटना अचानक हुई। कुछ भी ऐसा नहीं है, जो अधिकारी के संदर्भ में असामान्य प्रतीत हो रहा हो। उन्होंने पूर्व में मेरे अधीन कार्य किया था। वह एक अच्छे अधिकारी थे। एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) ए. अरुण ने शुरुआती जांच का हवाला देते हुए कोयंबटूर में संवाददाताओं से कहा कि पिछले कुछ साल से कुमार का अवसाद संबंधी उपचार जारी था।
अरुण ने कहा, मैंने उनका (विजय कुमार) इलाज कर रहे डॉक्टर से बात की है जिन्होंने यह जानकारी साझा की। मानसिक तनाव के चलते उन्होंने चार दिन पहले डॉक्टर से सलाह ली थी और उन्हें अलग-अलग दवाएं दी गई थीं।
गुरुवार दोपहर को पुलिस महानिरीक्षक ने कुमार से पूछा था कि क्या उन्हें कोई दिक्कत है, क्योंकि वह थोड़े परेशान दिख रहे थे। सूत्र के मुताबिक, कुमार ने कहा था कि गोलियां लेने के बावजूद उन्हें रात में अच्छी नींद नहीं आई। कुमार के साथ काम कर चुके वरिष्ठ अधिकारी जानते थे कि वरिष्ठ अधिकारी का कई वर्षों से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी उपचार जारी था।
(भाषा)/Edited By navin rangiyal