उन्होंने कहा, 'राकेश मारिया साहब, जब 26/11 का घिनौना आंतकवादी हमला हुआ था, उस दौरान मुंबई पुलिस में आला पद पर थे। ऐसे में उन्होंने ये बात पिछले 12 वर्ष में सार्वजनिक क्यों नहीं की? यह जांच प्रक्रिया और अदालती प्रक्रिया का भाग क्यों नहीं बना?' उन्होंने कहा कि इन सवालों के जवाब मारिया को देने चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'इस हमले की जांच हुई, अदालत की प्रक्रिया चली और उस अदालत की प्रक्रिया में अजमल कसाब को दोषी पाया और संप्रग की सरकार ने कसाब की मौत की सजा को क्रियान्वित किया।'