नई दिल्ली। कांग्रेस ने पीएनबी घोटाले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर हैरानी व्यक्त करते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि मोदी के इस रवैए से साफ है कि प्रधानमंत्री कार्यालय घोटाले में लिप्त है इसलिए विभिन्न विभागों के मंत्रियों से लीपापोती कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पीएम, वित्त मंत्री को घोटाले की जानकारी थी। सरकार को पता था देश को लूटा जा रहा है। चौकीदार सो गया और चोर भाग गया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मालूम था कि देश लुट रहा है, फिर भी घोटालेबाजों को बैंक ऋण देने के लिए साख की सीमा बढ़ाई गई, ऋण देने के नियमों में छूट दी गई और अकेले 2017 में 151 लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एलओयू) दिए गए जिनके आधार पर बैंकों ने ऋण दिया। यह सब सरकार को मालूम था, लेकिन ऋण लेने वाले सरकार के चेहते थे इसलिए सारे नियम ताक पर रखे गए और घोटाला कराया गया।
सिब्बल ने कहा कि देश की सूचीबद्ध आभूषण कंपनियों की वास्तविक पूंजी 46 अरब रुपए है, लेकिन बैंकों ने उन्हें उनकी साख से भी ज्यादा ऋण दिया है। पूरे घोटाले की जानकारी मोदी को थी इसलिए इस बारे में खुद सामने आने की बजाय मंत्रिमंडल के सहयोगियों से लीपापोती कराई जा रही है।