कांग्रेस ने आंदोलन की महीनेभर की एक योजना बनाई है। इस दौरान पूरे देश में सभी जिलों और राज्य मुख्यालयों पर संवाददाता सम्मेलन और प्रदर्शन की योजना है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस राफेल सौदे, जिस पर हस्ताक्षर हुए हैं, के लाभ सीधे प्रधानमंत्री की जेब में गए हैं। हम इसे पूरे देश के सामने उजागर करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि राफेल सौदे का 1,30,000 करोड़ रुपए का ठेका एक बड़े उद्योगपति को दिया गया जिसने अपनी कंपनी मात्र 12 दिन पहले ही खोली थी और उन पर बैंकों का 45,000 करोड़ रुपए बकाया है।
कांग्रेस ने अपने आंदोलन के तहत देशभर में 25 अगस्त से 6 सितंबर तक राफेल सौदे पर श्रृंखलाबद्ध संवाददाता सम्मेलन करने की योजना बनाई है। पार्टी ने इसके साथ ही जिला एवं राज्य स्तरीय आंदोलनों की भी योजना बनाई है, जो 7 सितंबर से शुरू होंगे। इस अभियान को सभी राज्य मुख्यालयों में 16 से 30 सितंबर तक ले जाया जाएगा, जहां पार्टी द्वारा राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए धरना और प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।