सरकार में बिचौलियों के लिए जगह नहीं, गरीबों तक पहुंचता है पूरा पैसा : मोदी

गुरुवार, 23 अगस्त 2018 (20:36 IST)
जुजवा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा जारी हर पैसा गरीबों तक पहुंचता है, क्योंकि बिचौलियों के लिए कोई जगह नहीं है तथा 2022 तक हर भारतीय परिवार को उसका अपना मकान मुहैया कराना उनका सपना है।
 
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार  में अगर दिल्ली से 1 रुपया चलता है तो प्रत्येक गरीब के घर में अब पूरे 100 पैसे ही पहुंचते हैं। गौरतलब है कि एक बार राजीव गांधी ने कहा था कि अगर दिल्ली से 1 रुपया चलता है तो गरीब के पास सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं।
 
गुजरात के इस गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थियों के सामूहिक ई-गृहप्रवेश में हिस्सा लेने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि किसी को केंद्र की महत्वाकांक्षी आवासीय योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अब रिश्वत देने की जरूरत नहीं है।
 
मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि 2022 में जब भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा हो तब देश के प्रत्येक परिवार के पास अपना मकान हो। पूर्व की ग्रामीण आवासीय योजना इंदिरा आवास योजना का ढांचा बदलकर इसे 'प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण' बना दिया गया है जिसे मोदी ने नवंबर 2016 में शुरू किया था। सरकार की 2022 तक सबके लिए आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में मार्च 2019 तक 1 करोड़ जबकि 2022 तक 2.95 करोड़ नए पक्के मकान बनाने का लक्ष्य तय किया गया है।
 
ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार 2015-16 में पूर्व योजना के तहत 18.22 लाख मकान बनाए गए जबकि नई योजना के तहत बने नए मकानों और पूर्व योजना के तहत अधूरे निर्माण का काम पूरा किए जाने के बाद 2016-17 और 2017-18 में यह संख्या बढ़कर क्रमश: 32 लाख और 44.54 लाख हो गई।
 
योजना के कुछ लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात करते हुए मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की महिला लाभार्थियों से बातचीत के दौरान मैं उनके पीछे बने मकानों को देख रहा था। आपको भी आश्चर्य हो रहा होगा कि क्या योजना के तहत इतनी अच्छी गुणवत्ता के मकान भी बन सकते हैं? यह इसलिए संभव हुआ है, क्योंकि मेरी सरकार में बिचौलियों की कोई जगह नहीं है।
 
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में यह हिम्मत है कि ऐसे में जब पूरा देश देख रहा है, मीडिया मौजूद है, वे महिला लाभार्थियों से सवाल कर सकते हैं कि क्या उन्होंने मकान पाने के लिए कोई रिश्वत या कमीशन दिया है? जवाब में माताएं और बहनें पूरी संतुष्टि के साथ कह सकती हैं कि उन्हें मकान नियमानुसार मिले और उन्हें 1 रुपया भी रिश्वत नहीं देनी पड़ी। उनकी सरकार ने यह सुनिश्चित करने पर पूरा ध्यान दिया कि ये घर अच्छी गुणवत्ता के साथ बनाए जाएं। सरकार ने धन दिया है, लेकिन उसके साथ यह मकान परिवारों के पसीने से बने हैं। 
 
मोदी ने कहा कि परिवार तय करता है कि मकान कैसा होगा, क्या सामान इस्तेमाल होगा और वह कैसे बनेगा। हमारा यकीन ठेकेदारों में नहीं बल्कि परिवारों में था। परिवार जब अपना मकान बनाता है तो वह सबसे अच्छा बनाता है। रिश्वत इसलिए संभव नहीं है, क्योंकि धन लाभार्थियों के खातों में सीधे हस्तांतरित होता है।
 
समारोह में मोदी ने रिमोट कंट्रोल से 586 करोड़ रुपए की जलापूर्ति परियोजना की आधारशिला रखी जिससे वलसाड जिले के पर्वतीय क्षेत्र में स्थित 175 गांवों में पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। (भाषा)

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