उन्होंने कहा कि एक घमंडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक नाकाम वित्त मंत्री अरुण जेटली आर्थिक समझ को नजरअंदाज करने पर तुले हैं और उन्होंने भारत की विकास की कहानी को तगड़ा झटका दिया जो कि जीडीपी के ताजा आकलन 7.3 प्रतिशत से गिरकर 6.5 प्रतिशत होने से साबित होता है। (भाषा)