नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को 2,000 रुपए के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। कांग्रेस ने 2000 रुपए का नोट वापस लेने के फैसले को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार को एक श्वेत पत्र लाकर देश को यह बताना चाहिए कि 2000 रुपए का नोट क्यों लाया गया था और अब इसे वापस क्यों लिया जा रहा है। कांग्रेस बदलने में होने वाली समय बर्बादी का गणित भी निकाला है।
उन्होंने कहा कि अगर एक व्यक्ति एक बार में 2000 के 5 नोट बदलता है तो बैंकों को अगले 4 महीने में 36 करोड़ बार-बार लेन-देन करने होगा। एक लेन-देन में 4 मिनट भी लगे तो अगले 4 महीने में नोट बदलने में बैंकों के लगभग 2.5 करोड़ घंटे लगेंगे। यानी अगले 4 महीनों में बैंकों की शाखाएं सिर्फ नोट बदलने में व्यस्त रहेंगी।