धनशोधन मामला : कांग्रेस का आरोप, 'सत्याग्रह' को रोकने के लिए मोदी सरकार ने लगाया अघोषित आपातकाल

सोमवार, 13 जून 2022 (12:31 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि राहुल गांधी की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेशी पर पार्टी के प्रस्तावित 'सत्याग्रह' को रोकने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नई दिल्ली इलाके में 'अघोषित आपातकाल' लगा दिया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि पुलिस ने कांग्रेस के बहुत सारे कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है और कई नेताओं को नजरबंद कर दिया है।

मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, दिल्ली पुलिस ने कल रात से धरपकड़ शुरू कर दी है। दिल्ली को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हजारों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया है और हमारे कई नेताओं को नजरबंद किया गया है। मोदी सरकार ने नई दिल्ली इलाके में अघोषित आपतकाल लगा दिया है।

सुरजेवाला ने कहा, मोदी जी जान लें, सत्याग्रह को कोई नहीं रोक सकता। हम झुकने वाले नहीं हैं, हम डरने वाले नहीं हैं। यह सत्य के लिए लड़ाई है। यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने सवाल किया, भाजपा को राहुल गांधी जी से डर क्यों लगता है? भाजपा इतनी घबराई हुई क्यों है? देश के लोग बताएं कि क्या सत्य के लिए पैदल मार्च करना अपराध है?

उन्होंने जोर देकर कहा, सत्य और जनता के लिए आवाज उठाना अपराध है तो हम अपराधी हैं। एक सवाल के जवाब में सुरजेवाला ने कहा, हम गिरफ्तारी देंगे। हम माफीनामा नहीं लिखेंगे जैसे आपके (भाजपा) वैचारिक पूर्वजों ने अंग्रेजों के सामने लिखा था। कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ईडी के समक्ष पेश होने के लिए पैदल जाएंगे और पार्टी नेता भी उनके साथ पैदल मार्च करेंगे।
 
सुरजेवाला ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगे आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा, कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और एक राजनीतिक दल किसी कंपनी में हिस्सेदारी नहीं खरीद सकता। इसलिए, ‘यंग इंडियन’ के नाम से एक गैर-लाभकारी कंपनी (नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी) को ‘नेशनल हेराल्ड’ एवं एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर दिए गए, ताकि 90 करोड़ का कर्ज खत्म हो सके।

उन्होंने कहा, इस 90 करोड़ रुपए में से 67 करोड़ रुपए कर्मचारियों के वेतन एवं वीआरएस के लिए दिए गए तथा बाकी सरकार का बकाया, बिजली के बिल तथा भवन के लिए भुगतान हुआ। यह अपराध कैसे हो सकता है? यह तो कर्तव्य का बोध है। हमने मोदी सरकार की तरह देश की संपत्ति अपने उद्योगपति मित्रों को नहीं बेच डाली।

सुरजेवाला के अनुसार, ‘नेशनल हेराल्ड’ का स्वामित्व वाले एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के पास आज भी है और सारी संपत्ति हूबहू सुरक्षित है। ईडी ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े धनशोधन के मामले में राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया है। जांच एजेंसी ने इससे पहले राहुल गांधी को दो जून को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने पेश होने के लिए कोई दूसरी तारीख देने का अनुरोध करते हुए कहा था कि वह देश से बाहर हैं।

जांच एजेंसी ने इसी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को तलब किया है। पहले उन्हें आठ जून को पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष ने पेश होने के लिए और समय मांगा है क्योंकि वह कोरोनावायरस से संक्रमित हैं और अब तक स्वस्थ नहीं हुई हैं।

ईडी के अधिकारियों ने पिछले दिनों बताया था कि एजेंसी धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत सोनिया और राहुल के बयान दर्ज करना चाहती है।

अधिकारियों ने कहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है ताकि ‘यंग इंडियन’ और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) की हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेनदेन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके। ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य शामिल हैं।(भाषा)

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