उन्होंने अगस्त 2015 में उनके द्वारा शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री काल में कथित तौर पर हुए 400 करोड़ रुपए के टैंकर घोटाले पर उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर निष्क्रियता को लेकर सवाल उठाए। हालांकि, करावल नगर के विधायक ने यह नहीं बताया कि क्या वे अपने उस सनसनीखेज दावे का विवरण एसीबी के साथ साझा करेंगे। उन्होंने कहा था कि उन्होंने केजरीवाल को जैन से 2 करोड़ रुपए लेते देखा।
उन्होंने कहा कि क्यों 1 साल तक रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। कौन जिम्मेदार था। मैं 2 लोगों की संलिप्तता पर ब्योरा साझा करूंगा, जो आधिकारिक हैसियत से केजरीवाल के साथ एसीबी के साथ काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी बात, कई पार्टी सदस्यों ने मुझसे कहा कि केजरीवाल ने अलग 2-3 दिनों में जैन को बर्खास्त करने का उन्होंने मन बना लिया है और बुधवार तक उनका इस्तीफा लेने की तैयारियां चल रही हैं। (भाषा)