राज्य के अन्य जिलों थाउबल, काकचिंग और बिष्णुपुर में कर्फ्यू में छूट की अवधि सुबह 5 से शाम 5 बजे तक ही रहेगी। मणिपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी 1 अलग प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य में स्थिति अब भी अस्थिर और तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है तथा सुरक्षा बलों ने राज्य के संवेदनशील और सीमावर्ती इलाकों में तलाश अभियान चलाया।
सर्टो ने कहा कि उग्रवादियों ने उन पर अरामबाई टेंगोल, मेइती लीपुन और कोकोमी जैसे मेइती निकायों के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)