3 राज्यों में भारी बारिश, उखड़े पेड़ और बिजली के खंभे
दोपहर बाद कमजोर हो जाएगा तूफान
cyclone dana : भीषण चक्रवाती तूफान दाना ओडिशा में तटीय क्षेत्र में भीतरकनिका और भद्रक के धामरा के बीच तट से टकरा गया। इसकी वजह से ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और बिहार में कई स्थानों पर भारी बारिश हुई। तूफान की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ। स्कूल कॉलेज बंद हैं। 500 से ज्यादा ट्रेनें और 300 उड़ानें रद्द कर दी गई है। ALSO READ: क्या है Cyclone Dana, क्या है इसका अर्थ और किसने रखा ये नाम?
तूफान की वजह से तटीय जिलों भद्रक, केंद्रपाड़ा, बालासोर और निकटवर्ती जगतसिंहपुर जिले में हवा का वेग अचानक बढ़ गया जिसकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई और चक्रवात के प्रभाव से बहुत भारी बारिश हुई। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। अब तक किसी बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है, हालांकि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया एक घंटे से अधिक समय पहले ही शुरू हो गई थी।
आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे के वेग से उत्तर-उत्तर पश्चिम की दिशा में बढ़ा और फिर केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक के धामरा के बीच पहुंचा। हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी।
भीषण चक्रवाती तूफान दाना ओडिशा के उत्तरी तटीय क्षेत्र पर मौजूद है, जो धामरा के उत्तर-उत्तरपश्चिम और हबालीखाटी नेचर कैंप (भितरकनिका) के उत्तर-उत्तरपश्चिम के पास है। दाना के कारण बारिश होने से पूर्व मेदिनीपुर के मंदारमणि और दक्षिण 24 परगना के गोसाबा के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की सूचना मिली है, जिससे प्रभावित निवासियों की परेशानी और बढ़ गई है। इन क्षेत्रों में हुए नुकसान का अभी आकलन नहीं किया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला कि तूफान के साथ भारी बारिश हुई और यह शुक्रवार सुबह तक जारी रही जिसके कारण निचले इलाकों में जलभराव हो गया।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि शुक्रवार को भीषण चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा तथा राज्य में आगे की दिशा में बढ़ जाएगा। चक्रवात के कारण अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि 25 अक्टूबर तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी। बालासोर, मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर क्योंझर, जाजपुर, कटक और ढेंकनाल, खुर्दा और पुरी जिले के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (21 सेंटीमीटर से अधिक) होने की संभावना है।
हवाई अड्डा निदेशक प्रसन्न प्रधान ने बताया कि हवाई अड्डा प्राधिकरण ने शुक्रवार सुबह 9 बजे तक उड़ान परिचालन स्थगित करने का फैसला किया था, लेकिन मौसम सामान्य होने पर परिचालन सुबह आठ बजे ही शुरू कर दिया गया।