प्याज के मामले में राष्ट्रीय राजधानी में कीमतें घटकर अब 40 से 50 रुपए किलो रह गई हैं। अगस्त में यह 80 रुपए किलो तक पहुंच गई थीं। सरकार ने प्याज के दाम थामने के लिए अनेक उपाय किए। प्याज निर्यात पर अंकुश लगाए गए। विदेशों से आयात बढ़ाया गया और इसके साथ ही उत्पादक राज्यों से खरीफ फसल की नई आवक में सुधार लाया गया।
केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दाल की बढ़ती कीमत के बारे में पूछे जाने पर कहा, उत्पादन कम हुआ है। समस्या से निपटने के लिए सरकार आयात के जरिए आपूर्ति को बढ़ाने का भरपूर प्रयास कर रही है। सरकार स्थिति के प्रति पूरी तरह से जागरूक है। कुछ समय इंतजार कीजिए।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश के अधिकांश भागों में तुअर दाल की खुदरा कीमत 181 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। यह चिकन से भी महंगी है। वर्षभर पहले इसी माह इसका दाम 85 रुपए प्रति किलो था।
ग्राहकों को राहत पहुंचाने के लिए सरकारी उपक्रम केन्द्रीय भंडार कल से यहां 100 स्थानों पर अपने बिक्री केन्द्रों से आयातित तुअर दाल बेचना शुरू करेगा, जबकि मदर डेयरी के 300 सफल बिक्री केन्द्रों से बिक्री इसी सप्ताहांत शुरू होगी।
सरकार ने एमएमटीसी के जरिए 5,000-5,000 टन तुअर और उड़द दाल आयात का अनुबंध किया है जिसमें से 3,250 टन तुअर दाल चेन्नई और मुंबई बंदरगाह पर पहुंच गई है। शेष जल्द आने वाली है। एमएमटीसी ने 2,000 टन तुअर दाल के आयात के लिए एक और निविदा जारी की है। (भाषा)