नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार को ‘डाटा लीक सरकार’ करार देते हुए आज सवाल किया कि इसके शासन में जिस प्रकार से बैंक घोटाले और कथित डाटा चोरी हो रही है, उसे देखते हुए बैंकों में जनता का धन और उनकी व्यक्तिगत सूचनाएं किस हद तक सुरक्षित हैं?
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आज कहा, यह बिग बॉस द्वारा भारतीयों पर जासूसी करने के प्रयास की तरह है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों की व्यक्तिगत सूचनाओं की चोरी हो रही है, उसे देखते हुए लगता है, मोदीजी कर रहे हैं निजता पर प्रहार, अब की बार डाटा लीक सरकार।
उन्होंने कहा कि एक व्यक्तिगत एप को निजी डाटा बेस क्यों बनाया जा रहा है? उन्होंने कहा, एक तरफ तो नीरव मोदी एवं विजय माल्या जैसे लोग बैंकों से करोड़ों रुपए लेकर देश के बाहर चले जाते हैं, वहीं देश में डाटा लीक हो रहा है।
कांग्रेस नेता ने सवाल किया, बैंकों में आपका डाटा कितना सुरक्षित है। आज बैंकों में लूट हो रही है। लोग उसका धन लेकर भाग रहे हैं। आपका धन बैंकों में कितना सुरक्षित है? उन्होंने पीएनबी के 10 हजार एटीएम के डाटा कथित तौर पर लीक होने तथा एसबीआई के 32 लाख क्रेडिट एवं डेबिट कार्डधारकों की सूचनाओं में कथित तौर पर सेंध लगाने के कुछ समय पहले हुए मामलों के उदाहरण दिए।
सिंघवी ने कहा कि एनसीसी के 13 लाख कैडेटों को एप डाउनलोड करने को मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि इसमें एनसीसी कैडेटों के सम्पर्क और ईमेल आदि की जानकारियां भी साझा होने का खतरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री जितना समय संवाददाता सम्मेलन करने में लगा देते हैं, उतना समय यदि हमारे महत्वपूर्ण डाटा की सुरक्षा की व्यवस्था करने में लगाते तो डाटा लीक होने की नौबत नहीं आती।
कांग्रेस की सदस्यता अभियान के लिए बनाए गए एप को पार्टी द्वारा हटा लिए जाने के बारे में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इसके मात्र पन्द्रह हजार एप डाउनलोड हुए थे। इससे यह पता चला कि लोग कांग्रेस के ऑफलाइन ढंग से ही सदस्य बनना चाहते हैं, इसीलिए पार्टी ने यह एप हटा लिया। (भाषा)