ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी ने वाराणसी की अदालत के 31 जनवरी के उस आदेश के खिलाफ यहां अपील की थी जिसमें हिंदुओं को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाना में पूजा अर्चना की अनुमति दी गई थी। पूजा की अनुमति मिलने के कुछ ही घंटों बाद से ही व्यास जी के तहखाने में पूजा शुरू हो गई।
केस दर्ज कराते समय उन्होंने यह दावा भी किया था कि इस तहखाने में मौजूद मंदिर में हिन्दू समुदाय के लोग पूजा-पाठ करते हैं। इस जगह पर अपने कब्जे के तर्क के साथ उन्होंने पूरे ज्ञानवापी परिसर में अपने मालिकाना हक का दावा किया था। मार्च 2000 में पंडित सोमनाथ व्यास का निधन हो गया और उसके बाद वकील विजय शंकर रस्तोगी स्वयंभू भगवान आदि विश्वेश्वर के सखा बन कर मुकदमा लड़ते आ रहे हैं।