घुसपैठ की एक कोशिश कल सेना द्वारा नाकाम कर दिए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, कल हमारे जवानों ने पांच लोगों (आतंकवादियों) को वापस भेज दिया, पाकिस्तान में जाना और नरक में जाना एक ही है। पर्रिकर ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन रूकना चाहिए।
गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस पर कल लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पीओके, गिलगिट और बलूचिस्तान के हालात के बारे में बात की थी और कहा था कि वहां के लोगों ने अपना मुद्दा उठाने को लेकर उनका शुक्रिया अदा किया है।
उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया, भारतीय सैनिक हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे। पर्रिकर ने राव तुला राम को उनके जन्म स्थान पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की, जो 1857 के विद्रोह में एक प्रमुख नेता थे। (भाषा)