नई दिल्ली। करीब 4 साल के अंतराल के बाद भारत ने आसान अनुबंध की शर्तों के साथ 46 सीमांत तेल एवं गैस क्षेत्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय निविदा निकालने की पेशकश की है जिनमें तेल के भंडार का पता पहले ही लगाया जा चुका है। इन परियोजनाओं का ठेका हासिल करने वाली कंपनियों को उत्पादन की कीमत और बाजार पर निर्णय करने की आजादी होगी।