हाल ही में नर्मदा नदी की परिक्रमा पूरी करने वाले दिग्विजय सिंह ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि नर्मदा, मध्यप्रदेश और गुजरात के लोगों के लिए जीवनरेखा है लेकिन इस पवित्र नदी की दुर्दशा बेहद चिंताजनक है, क्योंकि नर्मदा के पूरे कैचमेंट एरिया में जंगल काट दिए गए हैं, नदी पर जगह-जगह बांध बनाए गए हैं और अवैध तरीके से रेत खनन हो रहा है। इसके कारण नर्मदा का बहाव बहुत ही कम हो गया है और जलस्तर भी घट गया है।