संयुक्त रणनीति बैठक से इतर मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों को बताया कि हर विधानसभा सत्र से पहले विधायक दल की बैठक होती है और आज नेशनल कांफ्रेंस और अन्य निर्दलीय विधायकों ने रणनीति बनाने के लिए बैठक की। आज की बैठक को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि यह सत्र अन्य सत्रों से अलग है क्योंकि राज्यसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं और सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मैं बैठक में शामिल होने के लिए तारिगामी और अन्य निर्दलीय विधायकों का आभारी हूं। नेकां के विधायकों और अन्य निर्दलीय विधायकों में जो उत्साह दिख रहा है, उसे देखते हुए मुझे उम्मीद है कि नेशनल कांफ्रेंस राज्यसभा की चारों सीटें जीत लेगी।
कांग्रेस का समर्थन मिलेगा : इसके अलावा, बैठक में कांग्रेस के शामिल न होने के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इसलिए बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि उनकी अपनी बैठक थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से कहती रही है कि वे भाजपा को विजयी नहीं होने देंगे। कांग्रेस की अपनी व्यवस्था है। उनकी पार्टी और हमारी पार्टी में फर्क है। उन्हें पार्टी आलाकमान के फैसले का इंतजार करना पड़ता है, जबकि हम यहां फैसला लेते हैं।
राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस की भागीदारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान भाजपा के पक्ष में नहीं हो सकता। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि स्थानीय स्तर पर कांग्रेस उपचुनाव लड़ने के लिए तैयार थी, लेकिन आलाकमान ने नेशनल कांफ्रेंस के लिए सीट छोड़ने का फैसला किया, इसलिए उम्मीदवार की घोषणा की गई।
पीडीपी ने भी दिया समर्थन : पीडीपी के समर्थन के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे नेता शमी ओबेराय ने आज पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की और पार्टी की ओर से राज्यसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार का समर्थन करने का अनुरोध किया। इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने भी उनसे बात की थी। इस पीडीपी ने नेकां को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।