डॉ.राममूर्ती ने कहा कि आतंकी मुझे ऑपरेशन थियेटर में जबरन ले जाते थे ताकि में उनके साथियों का ऑपरेशन कर सकूं, लेकिन मैंने कभी किसी को एक स्टिच तक नहीं लगाया। उन्होंने मुझे कोई शारीरिक यातना नहीं दी लेकिन बोलकर जरूर प्रताड़ित करते थे। डॉक्टर ने अपनी रिहाई से लिए पीएम मोदी, एनएसए और अन्य अधिकारियों को धन्यवाद भी कहा है।