नई दिल्ली। देश में औसतन हर साल 30 हजार हैक्टेयर खेती योग्य भूमि कम होने और 13 राज्यों के गंभीर सूखे की चपेट में आने के बीच पर्यावरणविदों ने सरकार से मांग की है कि सूखे की समस्या के निपटारे के लिए दीर्घकालीन पहल करने की जरूरत है और देशभर में जलधाराओं, पुराने जलाशयों, कुओं को जीवंत बनाए जाने की जरूरत है।