पांडेय ने बताया कि ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में इस साल 11 अप्रैल को धन शोधन का एक नया मामला दर्ज किया था। अधिवक्ता ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी), रायपुर ने जनवरी, 2024 में कथित शराब घोटाले में भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था और अपनी जांच शुरू की थी।
पांडेय ने कहा कि चूंकि भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं धन शोधन अधिनियम के तहत अनुसूचित अपराध के तहत आती हैं, इसलिए ईडी जोनल कार्यालय रायपुर ने इन अनुसूचित अपराधों से संबंधित एक नया मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि ईडी ने टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को तब बुलाया जब वे शनिवार को एसीबी कार्यालय रायपुर में अपना बयान दर्ज करा रहे थे। इसके बाद वे केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय आए।
अधिवक्ता ने बताया कि इसके बाद ईडी ने दोनों से पूछताछ की और सबूतों के आधार पर अनिल टुटेजा को शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। टुटेजा पिछले साल सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें आखिरी बार छत्तीसगढ़ के उद्योग और वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour