सूत्रों ने बताया कि मामले में आरोपी अशोक शर्मा और उसके भाई ने ईडी टीम पर कथित तौर पर हमला किया। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और स्थिति नियंत्रण में है और छापेमारी की कार्रवाई जारी है। सूत्रों ने बताया कि छापेमारी की ये कार्रवाई I4सी और वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) से 'फिशिंग' (फर्जी ईमेल के लिए लोगों को फंसाना), क्यूआर कोड धोखाधड़ी, अंशकालिक नौकरी का लालच दे कर धोखाधड़ी जैसे साइबर अपराधों के जरिए कई लोगों के साथ धोखाधड़ी के बारे में जानकारी मिलने के बाद शुरू की गई है।
यह पाया गया कि इस साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से अर्जित धन को 15,000 अवैध खातों के माध्यम से डेबिट और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके निकाला जा रहा था। सूत्रों ने दावा किया कि यह नेटवर्क कुछ चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) द्वारा चलाया जा रहा था।(भाषा)