कांत ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन एक उभरता अवसर है, क्योंकि भारत में 72 प्रतिशत से अधिक दोपहिया वाहन हैं जिसे इलेक्ट्रिक चालित बनाने का प्रयास होना चाहिए और साथ ही दुनिया के बाजारों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्मित करना है।
कांत ने कहा कि देश की आबादी को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के लिए भारत को 9-10 प्रतिशत सालाना की दर से वृद्धि करने की जरूरत है और यह वृद्धि तब तक संभव नहीं है, जब तक कि हम उद्यमशीलता को नहीं बढ़ाते। इस वृद्धि में वैश्वीकरण और शहरीकरण आगे रहने वाला है।
कांत ने कहा कि शहरीकरण के कारण कई अवसर उभर रहे हैं। देश में हर मिनट में 30 लोग शहरी भारत में पलायन कर रहे हैं। यह स्टार्टअप के लिए बड़ा अवसर है। इसके अलावा जलचक्रण, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, इलेक्ट्रिक वाहन और कई अन्य क्षेत्रों में काफी अवसर हैं। (भाषा)