करदाताओं ने शिकायत की थी कि पंजीकरण के लिए तीसरे पक्ष को उनकी ओर से आवेदन करने का अधिकार दिया गया था जिसमें तीसरे पक्ष ने अपना ई-मेल और मोबाइल नंबर का उपयोग किया था। लेकिन अब संबंधित तीसरा पक्ष इस संबंध में कोई जानकारी नहीं देता है जिससे करदाताओं को दिक्कत हो रही है।