इंटरनेशनल रोड फेडरेशन की भारतीय इकाई (IRF-IC) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय मानक ब्यूरो परिवहन इंजीनियरिंग विभाग के चेयरमैन बलराज भनोट ने कहा कि आईटीएस, चालकों को सड़क की स्थिति के बारे में वास्तविक जानकारी प्रदान करके सड़क सुरक्षा में सुधार करने का एक तरीका है।
उन्होंने कहा कि हमें आने वाली समस्याओं तथा चुनौतियों का अनुमान लगाना चाहिए और उनके लिए तैयार रहना चाहिए। इसमें ही आईटीएस महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कार्यक्रम में आईआरएफ के मानद अध्यक्ष के.के. कपिला ने कहा कि देश में सड़क सुरक्षा में सुधार का सबसे अच्छा तरीका स्मार्ट परिवहन प्रणाली प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है।(भाषा)