स्थानीय पुलिस और सुरक्षाबलों को क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी का पता चला था। इसके उपरांत क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया गया। इसी दौरान आतंकियों का सुरक्षाबलों से सामना हो गया। सबसे पहले सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए चेतावनी दी। आतंकियों ने इस चेतावनी को अनसुना कर फायरिंग शुरू कर दी।
याद रहे इससे पहले कश्मीर के शोपियां जिले में गत 2 अक्टूबर को सुरक्षाबलों ने आतंकी संगठन टीआरएफ के दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। इसमें टीआरएफ का जिला कमांडर आदिल अहमद वानी भी शामिल था। यहां यह बता दें कि आदिल वही आतंकी था जिसने टारगेट किलिंग के तहत गत अक्टूबर महीने में पुलवामा में बाहरी श्रमिक साकिर अहमद वानी निवासी सहारनपुर, उत्तरप्रदेश की हत्या की थी।
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि कश्मीर में गिनती के बचे हुए आतंकियों को किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा। कश्मीर में पाकिस्तान के इशारे पर गिनती के आतंकी कश्मीर में शांति का माहौल खराब करने में जुटे हैं। कश्मीर में मुस्तैद पुलिस के जवान और अन्य सुरक्षा एजेंसियां दुश्मन देश की इस नापाक साजिश को कामयाब नहीं होने देंगी।