उपग्रह द्वारा भेजी गई सूचनाओं के आधार पर इन विषयों से जुड़े मामलों में वैज्ञानिकों को शोध करने में भी मदद मिलेगी। इसके सफल प्रक्षेपण के बाद अंतरिक्ष में भारत का 'निगहबान' तैनात हो जाएगा। इस सैटेलाइट से सीमा पर दुश्मन की हर हरकत पर पैनी नजर रखने में भी मदद मिलेगी।