सैटेलाइट ईओएस-03 (EOS-03) उपग्रह के प्रक्षेपण के बाद अंतरिक्ष की दुनिया में भारत की ताकत और बढ़ जाएगी। इससे सबसे बड़ा फायदा तो यह होगा कि भारतीय उपमहाद्वीप में बाढ़ और चक्रवात जैसी आपदाओं की रियल टाइम तस्वीरें मिलेंगी।
केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्रसिंह ने हाल ही में संसद में कहा था कि यह जीएसएलवी उड़ान उपग्रह एक दिन में पूरे देश की 4-5 बार तस्वीर लेगा। यह मौसम और पर्यावरण परिवर्तन से संबंधित प्रमुख डेटा भेजेगा। यह प्रमुख पर्यावरणीय और मौसम परिवर्तनों से गुजरता है।
उपग्रहों द्वारा भेजी गई इन तस्वीरों के आधार भारत प्राकृतिक आपदाओं और अन्य किसी प्रकार की आपदाओं की निगरानी कर सकेगा और इस दिशा में त्वरित कार्रवाई भी कर सकेगा। साथ ही देश को आपदाओं से निपटने में भी मदद मिलेगी।
उपग्रह द्वारा भेजी गई सूचनाओं के आधार पर इन विषयों से जुड़े मामलों में वैज्ञानिकों को शोध करने में भी मदद मिलेगी। इसके सफल प्रक्षेपण के बाद अंतरिक्ष में भारत का 'निगहबान' तैनात हो जाएगा। इस सैटेलाइट से सीमा पर दुश्मन की हर हरकत पर पैनी नजर रखने में भी मदद मिलेगी।