श्रीनगर। बुधवार को खूनी व हिंसक ईद के मौक पर पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला भी बवाल का शिकार हो गए। श्रीनगर की मस्जिद में उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। ईद-उल-अजहा के मौके पर नमाज में हिस्सा लेने पहुंचे थे, यहां न सिर्फ उनके खिलाफ नारे लगाए गए बल्कि उनके साथ धक्का-मुक्की भी की गई तथा जूते भी दिखाए गए थे। पर इस सबके बीच वे चुपचाप अपनी जगह पर बैठे रहे।
ईद के मौके पर हजरतबल मस्जिद में अब्दुल्ला के अलावा स्थानीय लोग सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुए थे। इससे पहले कि नमाज शुरू होती और इमाम लोगों को संबोधित करते अचानक लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया और फारूक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। थोड़ी ही देर में धक्का-मुक्की भी शुरू हो गई।
वहां मौजूद लोग उनके खिलाफ जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे। लोग ‘जाकिर मूसा’ और ‘आजादी- आजादी’ के नारे लगा रहे थे। हालांकि, बाद में दरगाह समिति के लोगों ने मामले में दखल दी, तो हंगामा करने वालों को शांत कराया गया। तभी कुछ युवा विरोधस्वरूप अपने जूते उछालने लगे थे, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए। ऐसे में अबदुल्ला को बिना नमाज अता किए ही वापस लौटना पड़ा।
कुछ लोगों ने मौजूद लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगाए तो वहीं कुछ ने जूते भी उछाले। मौजूद लोगों ने डॉ. फारूक से मस्जिद से चले जाने को कहा। याद रहे फारूक अब्दुल्ला ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों से भारत माता की जय के नारे लगवाए थे। कहा जा रहा है कि इसे लेकर ही लोगों ने उनका विरोध किया।
सभा में पूरे जोश के साथ भाषण दे रहे फारूक ने वहां मौजूद लोगों से कहा था कि मेरे साथ एक नारा दीजिए। भारत माता की जय। जब आवाज कम आई तो अब्दुल्ला ने लोगों से कहा कि अरे भाई लोगों ये तुम्हारी आवाज है? फिर उन्होंने भारत माता की जय, भारत माता की जय और अंत में जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद के साथ अपना भाषण खत्म किया था।
अब्दुल्ला को लेकर जताए विरोध से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। क्लिप के मुताबिक, विरोध जताने वाले मांग कर रहे थे कि अब्दुल्ला को वहां से लौटने को कहा जाए। आगे जब वह कार्यक्रम स्थल से उठकर चलने लगे, तब कुछ लोग हाथ में जूते लेकर ‘शर्म करो-शर्म करो’ और ‘आजादी’ के नारे लगा रहे थे।