अंसारी ने कहा कि यह आंकलन सही है कि देश में मुस्लिम समुदाय की बीच आज घबराहट और असुरक्षी की भावना है। कई हिस्सों से ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं। इस देश का समाज सदियों से बहुलतावादी रहा है, लेकिन अब यह माहौल खतरे में है।
उन्होंने आगे कहा कि भीड़ के लोगों पर बढ़ते हमले, हत्याएं और कथित घर वापसी के मामले देश के मूल्यों में आ रहे विघटन का बड़ा उदाहरण हैं। इनसे यह भी पता लगता है कि अधिकारियों की कानून व्यवस्था लागू करने की क्षमता खत्म होती जा रही है।