अहमदाबाद में 'पद्मावत' के विरोध में भीषण हिंसा

बुधवार, 24 जनवरी 2018 (01:15 IST)
अहमदाबाद। फिल्म 'पद्मावत' के खिलाफ करणी सेना की ओर से लगातार धमकियों के बाद आज यहां शहर के हिमालया और अल्‍फा वन मॉल में भारी तोड़फोड़ एवं आगजनी की गई। जबकि उच्‍चतम न्‍यायालय की ओर से फिल्म को हरी झंडी दी जा चुकी है और वह 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है। उपद्रवियों ने 9 दुकानें और दो एटीएम मशीनें आग के हवाले कर दी।
 
 
खबरों के मुताबिक, आज शाम 7 से 9 के बीच करीब 2000 लोगों का झुंड फिल्म 'पद्मावत' के विरोध में शहर के हिमालया और अल्‍फा वन में घुस गया और भारी तोड़फोड़ की और इतने से भी उनका मन नहीं भरा तो उन्‍होंने वहां रखे करीब 40 वाहनों में आग लगा दी।
 
वाहनों में आगजनी के बाद फायर ब्रिगेड ने पहुंचकर तुरंत आग पर काबू पाया। जहां मॉल के बाहर उत्‍पातियों ने शहरवासियों के वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। 
इस हिंसक भीड़ की खबर पुलिस के कानों तक पहुंचती तब तक काफी तोड़फोड़ और आगजनी हो चुकी थी। लेकिन किसी तरह पुलिस ने इस हिंसा पर काबू पाया और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। 
 
शहर पुलिस कमिश्नर एके सिंह द्वारा लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गई है। पुलिस सही तरीके से परिस्थिति को नियंत्रित कर रही है और मेहनत कर रही है। प्रयास पूर्णतः जारी है लोग सहयोग दें और शांति बनाए रखें।
 
अहमदाबाद में करणी सेना के अग्रणी राज शेखावत द्वारा शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

कानपुर में भी फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन : काकादेव के सर्वोदय नगर इलाके में स्थित एक मॉल मल्टीप्लेक्स में करणी सेना के करीब एक दर्जन सदस्यों ने फिल्म पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन किया।
 
काकादेव के थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म के पोस्टर फाड़ दिये, शीशे तोड़े और वहां मल्टीप्लेक्स के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की।
 
प्रदर्शनकारी भंसाली के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी कि करणी सेना शहर में फिल्म का प्रदर्शन किसी भी हालत में नहीं होने देगी।
 
 
पद्मावत के रिलीज से पहले गुड़गांव में निषेधाज्ञा : फिल्म पद्मावत के 25 जनवरी को रिलीज से पहले राजपूत करणी सेना की धमकी के मद्देनजर गुड़गांव में रविवार तक निषेधाज्ञा लगा दी गई है। करणी सेना ने फिल्म की स्क्रीनिंग कर रहे सिनेमाघरों को निशाना बनाने की धमकी दी है। 
 
फिल्म का विरोध कर रहे संगठनों में सबसे मुखर करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। गुड़गांव में 40 से ज्यादा सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स हैं। हरियाणा सरकार ने हालांकि कहा कि वह फिल्म के प्रदर्शन को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करेगी।
 
 
गुड़गांव में डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने कहा, कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर धारा 144 लगाई है। सिंह ने कहा कि निषेधाज्ञा लागू होने के बाद 23 जनवरी से 28 जनवरी तक सिनेमाघरों के 200 मीटर के दायरे में अग्नेयास्त्र या दूसरे हथियारों के साथ लोगों की मौजूदगी, नारेबाजी या तख्तियां दिखाने पर पाबंदी रहेगी।
 
फोटो : हरीश चौकसी

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी